हाल में ही एस.बी.आई. की मेंस परीक्षा हुई.
जो लोग प्रिलिम्स में सफल हुए थे वह बहुत खुश और अति-उत्साहित थेकि एस.बी.आई. जैसी
प्रतिष्ठितपरीक्षा में वह सफल हो गये. पर इसी अति-उत्साह ने उन्हेंमेंस में
विफलताका मार्ग दिखाया.अति-उत्साहित होने से हमेशा बचना चाहिए. आपको समझना चाहिएकि
प्रिलिम्स परीक्षा एक छंटनी परीक्षा है जिसमें औसत विद्यार्थियों का चयन किया जाता
है ना कि सर्वश्रेष्ठ. यदि आप एक औसत छात्र के दर्जेसे ही खुश हैं, तो आपकी जय हो!
अब आई.बी.पी.एस. की परीक्षा की तिथि भी निकट
आ रही है. आपको रणनीति में बदलाव लाना होगा क्योंकि अब सब कुछ बदल गया है. अब केवल
एक परीक्षा नहीं, दो-दो परीक्षाओं से आपका सामना होने वाला है.पहली परीक्षा (प्रिलिम्स) और
मेंस के लिए रणनीति आपको खुद बनानी पड़ेगी.पर फिर भी इन बातों पर रखें ध्यान:-